देशराज दास बसना।अग्रवाल नर्सिंग होम बसना में पदस्थ पिछले 10 वर्षों से नवजात शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ अमित अग्रवाल ने बताया की इस मानसून सीजन सितंबर माह से सबसे ज्यादा बच्चे 1 माह से 5 वर्ष तक बच्चे ओपीडी में सर्दी खांसी एवं बुखार की वजह बड़ी संख्या में आ रहे हैं यह प्रकोप पूरे देश में है डॉक्टर ने बताया कि इन बच्चों बहुत से बच्चों को icu मैं भर्ती करना पड़ता है जिन्हें सर्दी खांसी एवं बुखार के साथ-साथ सांस लेने में परेशानी एवं ऑक्सीजन की कमी हो रही है पर बच्चों पर बच्चों को हालांकि ये प्रमाणित नहीं है कि यह किस वायरस से हो रहा है बीमारी उसके प्रकार गंभीरता एवं रिकवरी देख कर यह वायरस निमोनिया कहा जा रहा है.
डॉक्टर ने बताया कि चाहे कारण कोई भी हो चाहे वह व्यक्ति रिया हो हमें आम जनता का निमोनिया के लक्षण को जाना चाहिए जैसे सर्दी खांसी के साथ लगातार तेज बुखार जो कि 72 घंटे के बाद भी ठीक ना हो बच्चों को सांस लेने की परेशानी जैसे की खांसी की गति तेज होना पसली चलना छाती में गजरे पढ़ना यदि उपरोक्त लक्षण आपके बच्चे में दिखे तो तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या आपके शिशु रोग से परामर्श ले
जिस तरह कोरोना काल में oxygen ले पाता चेक करने का प्रचलन था परंतु छोटे बच्चों में यह संभव नहीं हो पाता क्योंकि उनके लिए विशेष आक्सी मीटर आते हैं
बच्चों को सर्दी खांसी और बुखार होने उपरोक्त खतरे के लक्षण को बिना नजर अंदाज किए आप चिकित्सक परामर्श ले एवं अनावश्यक एंटीबायटिक भाप एवं स्टीराइट प्रयोग ना करें आवश्यकता पड़ने पर अपने शिशु रोग विशेषज्ञ की सलाह लें
क्या करें-
◆बुखार हेतु पैरासिटामॉल का इस्तेमाल वजन के अनुसार 4 से 6 घंटे में डॉक्टर द्वारा बताएं
◆सामान्य कफ फिर आप दो से तीन बार
●यदि संभव हो तो oxygen cencl चेक करें
●खतरे के लक्षण को समझना
उपरोक्त लक्षण पर तत्काल शिशु रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें
क्या ना करें-
◆अनावश्यक एंटीबायोटिक इंजेक्शन एवं स्टीराइट का प्रयोग ना करें
बच्चों में निमोनिया से बचाव हेतु उपलब्ध टिके
◆Hib एचइन्फुन्जा B
◆Pcv निमोकोकल
◆H1N1 स्वाइन फ्लू
सर्दी खांसी बुखार कब हो सकता है निमोनिया खतरे के लक्षण-
◆लगातार 72 घंटे से तेज बुखार 100f.
◆बच्चों का सुस्त होना
◆दूध ना पीना
◆सांस की गति तेज होना 60/m
◆छाती में पसली चलना एवं गढ़रे पड़ना
◆ऑक्सीजन लेवल 92% से कम होना