महासमुंद जिले के बसना सरायपाली मे चल रहा सरटैक्स के नाम पर पीडीएस चावल खपाने का खेल
महासमुंद जिले क़े बसना ब्लाक अंतर्गत एक राईस मिल मे चल रहा है पीडीएस चावल को खपाने का बड़ा खेल। मिली जानकारी के अनुसार विगत 17 नवम्बर को बसना सरायपाली मार्ग पर स्थित श्याम राईस मिल मे सरटैक्स के नाम पर सरायपाली के एच के मार्का वाली सैकड़ों बोरी चावल ट्रक क्रमांक-CG-06,Z-6503 से परिवहन कर श्याम राईस मिल मे भण्डारण कर खपाने की सूचना पर बसना अनुविभागीय अधिकारी ,तहसील व मण्डी की संयुक्त टीम ने तलासी लेकर तत्संबंध मे जिला कलेक्टर विनय कुमार लंगेह एवं जिला खाद्य अधिकारी अजय यादव को प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया है।
यहाँ पर सवाल उठना लाजमी हो जाता है कि, जब सरायपाली मे ही सरटैक्स की सुविधा है तो फिर सरायपाली से 20 किलोमीटर दूर बसना क्यों भेजा गया? पीडीएस के मामले मे बिना अनुविभागीय अधिकारी अथवा कलेक्टर की जानकारी या आदेश निर्देश के अभाव मे किसके मार्क पर इस कार्य को अंजाम दिया गया।
रविवार शासकीय अवकास के दिन मण्डी निरीक्षक सनत साहू के द्वारा तहसीलदार पाण्डे सरायपाली को संज्ञान में लेकर यह आदेश जारी करना प्रकाश मे आया है,यह कहाँ तक लाजमी है। जिला खाद्य अधिकारी अजय यादव को इस संबंध में क्या कार्यवाही की गयी है, यह जानकारी चाही गयी तो गोल मोल जवाब देकर मामले से पल्ला झाड़ा जा रहा है। ट्रक क्रमांक-CG-06,GZ-6503 श्याम राईस मिलर संचालक राजेश उर्फ़ राजू अग्रवाल का होना बताया जा रहा है।
ऐसे मिलर बेरोकटोक शासन की नीति नियमो को ठेंगा दिखाकर शासन की राजस्व मे डाका डाल रहे हैं,और विभागीय अधिकारी कार्यवाही के बजाय मिलरों को बचाने मे दिलचस्पी ले रहे हैं? इससे स्पष्ट है विभाग के अधिकारियों के मौन सहमति से जिले मे बड़े बड़े खेल को अंजाम दिया जा रहा है।
देश के प्रधानमंत्री एवं सूबे के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की स्वच्छ छवि ख़राब हो रहे विकास पर उनके कार्यकाल मे बसना सरायपाली मे मिलर व कुछ अधिकारी कालिख पोतने मे लगे हैं । सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार यहाँ स्टाक चेक होने से कुछ और जानकारी हाथ लग सकता है?