देशराज दास बसना/महासमुंद: धान खरीदी के पहले धान दलाल सक्रिय,किसानों का हाल-बेहाल
देशराज दास बसना/महासमुंद: कलेक्टर विनय लंगेह द्वारा अवैध धान खरीदी के रोक थाम हेतु तहसील कोमाखान में ओडिशा राज्य के सीमा से लगे चेक पोस्ट नर्रा एवं टेमरी का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। मौके पर मौजूद टीम को अवैध धान की आवाजाही रोक थाम के लिए एवं चिन्हांकित चेक पोस्ट मे कर्मचारी की शत प्रतिशत उपस्थित हेतु सख्त निर्देश दिए गए।
आपको बतादे छत्तीसगढ़ सरकार आगामी धान खरीदी को लेकर सजग रूप से खरीदी केंद्रों की साफ सफाई एवं धान खरीदी कि पुर्ण व्यवस्था में जुटी है तो वही दूसरी तरफ सुसायटी के कर्मचारी अपनी कुछ मांगो को लेकर सरकार को जगाने का प्रयास कर रही है इन सभी कोलाहल के बीच अवैध धान तस्कर ( अवैध धान दलाल) अपनी निजी फायदे को लेकर स्थानीय किसानों से अवैध धान खपाने हेतु संपर्क साधना शुरू कर दिए है.
बता दे की सरायपाली,बसना मुख्यालय के कुछ क्षेत्र पड़ोसी राज्य ओडिसा से सटे होने के कारण अवैध धान दलाल धान खरीदी के समय आते ही भोले – भाले किसानों को अपने झांसे में लेकर धान खपाने का कार्य करते है बता दे कि सिंघोड़ा NH 53 हाईवे मार्ग ,सिरपुर मार्ग ,राजाडीह मार्ग ,,का उपयोग कर पिकअप एवं ट्रक जैसे बड़े वाहनों का उपयोग कर अवैध धान दलाल सक्रिय रूप से लाखो करोड़ों रुपए का अवैध धान ओडिसा से परिवहन कर सीमावर्ती क्षेत्रों में खपाने का काम करते है मूल रूप से सीमावर्ती क्षेत्र से लगे गाँव के कुछ लोग धान की अवैध तस्करी कर मालामाल हो रहे है.
वही दूसरी तरफ किसान गरीबी के अंधकार में धस्ते ही जा रहा है ऐसा नही है की अवैध धान तस्करी के रोकथाम के लिए सरकार द्वारा कोई कदम उठाया नही जाता किंतु धान कोचिये इतने होशियार और सक्रिय है की धान फसल कटते ही खेतो में सड़क बना कर अपने मंसूबों को अंजाम देते है सरकार द्वारा सीमावर्ती मुख्य मार्गो में अवैध धान तस्करी रोकथाम के लिए शासन प्रशासन में पदस्थ अधिकारी कर्मचारियों द्वारा टीम बना कर सतत निगरानी भी की जाती है व जांच चौकी भी स्थापित भी की जाती है.
किंतु कई बार धान तस्कर अधिकारियों को भी चकमा देने में सफल रहते है अब देखना होगा की आगामी 14 नवंबर को पूरे प्रदेश में धान खरीदी की शुरुआत होगी अब देखना होगा की इस बार धान बिछोलीए शासन प्रशासन की आखों में धूल झोंक कर अपना मनसूबा पूरा कर पाते है की नही यह भी एक बड़ा सवाल है?