महासमुंद: खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में धान उपार्जन हेतु कलेक्टर लंगेह ने किया खेतोँ मे उतर कर किया खसरा सत्यापन
महासमुंद: खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन हेतु राज्य सरकार द्वारा किसान पंजीयन और समितिवार अनुमानित धान उपार्जन संबंधी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। इस वर्ष एकीकृत किसान पोर्टल में पंजीकृत धान उत्पादक किसानों से फसल गिरदावरी के आधार पर भूईयां सॉफ्टवेयर में प्रविष्ट धान के रकबे के आधार पर धान की खरीदी की जाएगी।
भूईयां सॉफ्टवेयर में दर्ज फसल धान की प्रविष्टियों में 5 प्रतिशत का रैंडम सत्यापन भी किया गया है। कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने मौके पर पहुंचकर खसरा सत्यापन कर रहे अधिकारियों के कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने राजस्व निरीक्षक मंडल पटेवा, पटवारी हल्का नंबर 20 के अंतर्गत ग्राम बावनकेरा में खसरा नंबर 1410 पर कृषक नीलीमा, पति द्रोण चंद्राकर के खेत में लगे धान की फसल का निरीक्षण किया।
इसी प्रकार, ग्राम खम्हारमुड़ा में खसरा नंबर 222/1 पर कृषक रामलाल, पिता नाथूराम यादव के खेत में लगे धान का भी निरीक्षण किया। इस दौरानअनुविभागीय अधिकारी श्री उमेश कुमार साहू एवं राजस्व, खाद्य और क़ृषि विभाग के अधिकारी मौजूद थे। कलेक्टर लंगेह ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे शासन के निर्देशानुसार निर्धारित समय सीमा में सत्यापन कार्य को पूर्ण करें। जिले में तहसील स्तर के अधिकारियों द्वारा अब तक कुल 47,403 खसरों का सत्यापन कार्य संपन्न किया जा चुका है। जिला स्तर पर 72 अधिकारियों को द्वितीय चरण के खसरा सत्यापन कार्य के लिए नियुक्त किया गया है, जिनके द्वारा खसरा सत्यापन का कार्य किया जा रहा है।