चक्रवाती तूफान “दाना” का दिखा रौद्र रूप, जड़ सहित उखड़े पेड़, सड़कें भी हुई बाधित, जानें ताजा हाल
चक्रवाती तूफान ‘दाना’ का लैंडफॉल में काफी व्यापक असर देखने को मिल रहा है। ओडिशा और पश्चिम बंगाल में तेज तूफानी हवाओं के साथ बारिश हो रही है। ओडिशा में जहां तूफान दाना के चलते कई इलाकों में सड़कों पर पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए हैं।
वहीं कई रिहायशी इलाकों में घरों को भी नुकसान पहुंचा है। ओडिशा के भद्रक के धामरा इलाके में तटवर्ती गांवों में पेड़ों के गिरने से सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। तूफान का असर कम होने के बाद ही नुकसान का पूरा आकलन किया जा सकेगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ओडिशा फायर सर्विसेज के एक अधिकारी ने बताया कि कई पेड़ उखड़ने के कारण सड़कें अवरुद्ध हैं। सबसे पहले हम नेशनल हाइवे और अन्य सड़कों को साफ करेंगे और फिर हम आवासीय क्षेत्रों की ओर बढ़ेंगे। हमारी दो टीमें धामरा में काम कर रही हैं। अभी तक हमारे पास किसी भी गंभीर नुकसान के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ रहा तूफान
दाना तूफान 10 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। प्रभावित इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। वहीं समंदर में ऊंची ऊंची लहरें उठ रही हैं। इस बीच मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को राज्य सरकार की तैयारियों से अवगत कराया।
लैंडफॉल के बाद रफ्तार पड़ी कमजोर
हालांकि इस बीच लैंडफॉल के बाद जैसे-जैसे यह तूफान आगे बढ़ रहा है इसकी रफ्तार कमजोर पड़ती जा रही है। मौसम विभाग इस तूफान की रफ्तार और दिशा पर लगातार नजर बनाए हुए है।
आपको बता दें कि ओडिशा में कुल करीब 6 लाख लोगों को खतरे वाली जगह से सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट कराया गया है। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने बताया कि 6 हजार से ज्यादा शेल्टर होम में इन लोगों को रखा गया है। शेल्टर होम में भोजन, पानी, दवा और अन्य जरूरत की चीजें दी जा रही हैं।