महासमुंद :- जिले के बसना ग्राम पंचायत गढ़फुलझर के भ्रष्टाचार से नवनिर्मित सड़क चंद माह के भीतर ही दम तोड़ती नजर आ रही हैं. जबकि हाल ही में खस्ताहाल सड़क की हालत सुधारने के लिये 19.91 लाख रुपये का बजट सड़कों पर पानी की तरह पंचायत ने बहा डाला। चंद दिनों में ही सड़के दोबारा से खराब हो गईं, और अधिकारी को इस बात की जानकारी ही नहीं है। आलम ये है कि जिले की कई सड़के कुछ ही महीनों में ही विभाग और उसके ठेकेदारों की कार्य गुणवत्ता की पोल अब खुद खोलने लगी हैं और भष्टाचार के शिकार सड़क दुर्घटनाओं को खुला न्यौता दे रही हैं। मामला गढ़फुलझर से केवटापाली जाने वाली सड़क जिसकी मरम्मत अभी एक माह पूर्व हुई थी। एक माह के भीतर ही लाखों की सड़क बूरी तरह से खराब हो चुकी है। जहां वाहन तो क्या बरसात में पैदल चलना मुहाल हो गया है।
गढ़फुलझर से केंवटापाली मार्ग 1222 मीटर महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत डब्लू.बी.एम. सड़क के लिए 19.91 लाख रुपये की स्वीकृति प्रदान की गई थी। जिसका निर्माण कार्य का ठेका ग्राम पंचायत को दिया गया। ग्राम पंचायत द्वारा सड़क का निर्माण 13 मार्च 2024 प्रारंभ कर 24 जून 2024 को पूर्ण कर लिया गया, लेकिन ग्राम पंचायत द्वारा डब्लू.बी.एम. सड़क के निर्माण कार्य में प्राक्कलन एवं मानकों का ख्याल नहीं रखते हुए गुणवत्ताहीन बनाया गया है।
सड़क निर्माण कार्य में एग्रीगेट का सही अनुपात उपयोग नही किया है ना ही रोलर से ठीक ढंग से कम्प्रेशर किया गया है। जिसके कारण डब्लू.बी.एम. सड़क निर्माण के महज डेढ़ महीने में ही सड़क जर्जर हो गई है। सड़क पर जगह-जगह गड्ढे हो गये है। इस खराब सड़क से लोगों को काफी परेशानी हो रही है। केंवटापाली से रोजाना बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं विद्याध्ययन करने जाते है। जिन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
जगह-जगह सड़क में गड्ढे पड़ गए कुछ जगह घटिया मुरुम का उपयोग किया गया है, जिससे बरसात में कीचड़ और फिसलन हो रही है। जिससे पैदल चलने वाले, साइकिल, बाइक अन्य वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। महज डेढ़ महीने पहले डब्लू.बी.एम. सड़क का निर्माण हुआ है। जो सड़क निर्माण से संबंधित इंजीनियर और अधिकारीयों द्वारा सही तरीके से निरीक्षण नहीं करने और प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत के कारण निर्माण कार्य गुणवत्ता विहीन हो रहा है। जिससे कार्य पूरी तरह भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ रहा है। ग्रामीण खराब डब्लूबीएम सड़क को लेकर आक्रोशित है।