सारंगढ़ भाजपा को झटका-कांग्रेस की हाथ से हाथ जोड़ो कार्यक्रम में शामिल हुए जिला पदाधिकारी
घटनाक्रम के बाद जिला भाजपाध्यक्ष सुभाष जालान पर उठ रही है उंगलियां
बरमकेला:- छत्तीसगढ़ में इस साल आने वाली नवम्बर माह में विधानसभा चुनाव होना है। ऐसे में जैसे-जैसे चुनावी तारीख घटते क्रम में चल रही है राजनीतिक दलों में आपसी दंगल शुरू हो गया है। मुख्य प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी में घमासान शुरू हम भारी या तुम भारी…एक ओर कांग्रेस “हाथ से-हाथ जोड़ो” अभियान के माध्यम से गांव-गांव पहुंच रही है तो दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी “मोर आवास-मोर अधिकार” कार्यक्रम के तहत जनसम्पर्क साधकर भूपेश सरकार की नाकामियों को गिनाने में लगी हुई है।
गौरतलब है कि इन दिनों रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक की अगुवाई में ब्लाक कांग्रेस कमेटी सरिया द्वारा पोलिंग बूथों में हाथ से हाथ जोड़ो अभियान सह कार्यकर्ता मिलन कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
यह आयोजन विगत दिनों ग्राम बार,अमुर्रा,जलगढ़,बरपाली,जामपाली,छेवारीपाली सहित आधा दर्जन से अधिक ग्रामों में सम्पन्न हुआ।
कांग्रेस पार्टी की इस कार्यक्रम में सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिला भाजपा पंचायत प्रकोष्ठ के संयोजक मुरारी नायक के शामिल थे जिसके बाद क्षेत्र की राजनीतिक फिज़ा पूरी तरह से गर्मा गया है। बता दें कि हाल ही में सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के जिला भाजपाध्यक्ष सुभाष जालान ने अपनी कार्यकारिणी का विस्तार किया था जिसमें उन्होंने मुरारी नायक को पंचायत प्रकोष्ठ का जिला संयोजक का दायित्व सौंपा था। परन्तु अब इस राजनीतिक घटनाक्रम ने राजनीतिक गलियारों में हलचल पैदा कर दिया है लिहाजा भाजपा जिलाध्यक्ष पर उंगलियां उठने लगी है।
सूत्रों की मानें तो मण्डल भाजपा से रायशुमारी किए बगैर उन्हें यह जिम्मेदारी जिला भाजपा अध्यक्ष ने प्रदेश संगठन के एक बड़े ओहदे पर बैठे नेता की सिफारिश पर सौंपी थी। पार्टी विरोधी क्रियाकलाप के पश्चात् उन्हें अब सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। ऐसे ही एक वाक्या पिछले दिनों उजागर हुई थी जब सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिला भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष सियाराम कहार ने अपने सभी दायित्व एवं पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया था।
मुरारी नायक और उनके परिवार का कांग्रेस पार्टी से रहा है गहरा नाता
विगत 50 वर्षो से इनका परिवार क्षेत्र में कांग्रेस का पहचान रहा है। सियाराम नायक कांग्रेस में लंबे समय तक ब्लाक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रहे और उन्होंने जिले में भी विभिन्न पदों पर रहकर कार्य किया हैं।
बता दें कि भाजपा सरकार के समय मुरारी नायक के खिलाफ विभिन्न मुद्दों को लेकर ग्रामीणों ने हफ्तों अनशन कर आंदोलन किया था।
तब इन्होंने आनन-फ़ानन तात्कालीन भाजपा विधायक के समक्ष कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया था।परन्तु जैसे ही प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई इन्होंने लगातार भाजपा के कार्यक्रमों से दूरी बनाते हुए पुनः कांग्रेस के विधायक के साथ गलबहियां करते हुए नजर आए हैं।